दुआ करते हैं हम सर झुका के , आप अपनी मंज़िल को पाये,
दुआ करते हैं हम सर झुका के ,
आप अपनी मंज़िल को पाये,
अगर आपकी राहों में कभी अँधेरा आये ,
तो रौशनी के लिए खुद हमको जलाये.
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दुआ करते हैं हम सर झुका के ,
आप अपनी मंज़िल को पाये,
अगर आपकी राहों में कभी अँधेरा आये ,
तो रौशनी के लिए खुद हमको जलाये.
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